मंगलवार तड़के 3.30 बजे भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने नियंत्रण रेखा के पार एक बड़े आतंकवादी कैम्प पर हमला कर उसे पूरी तरह तबाह कर दिया। भारतीय वायुसेना के विमान ने एलओसी पार आतंकवादियों के कैंप पर करीब 1000 किलोग्राम के बम गिराए।
वैसे प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से यह पाक को ‘सर्जिकल स्ट्राइक 2’ का तोहफा था। जो पाकिस्तान कब से हिंदुस्तान से मांग रहा था। वैसे एक छोटी सी जानकारी आपको और देना चाहूंगी। वो यह है कि यह पाकिस्तान का बालाकोट एबटाबाद से केवल 60 किमी. दूर है, जी हां, वहीं एबटाबाद जहां साल 2011 में अमेरिका ने घुसकर ओसामा को मार गिराया था। भारतीय वायु सेना ने उससे भी बड़ी और गहरी चोट दी है।
वैसे पाकिस्तान के लिए यह झटका इतना बड़ा था कि उसने भारत पर सीमा के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए यह ट्वीट किया है,
भारतीय वायुसेना ने मुज़फ्फराबाद सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश की है, घटना में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।
अब पता नहीं इतना झूठ बोलकर पाकिस्तान कौन से चांद पर जाना चाहता है। वैसे एक हास्यास्पद बात यह भी है कि हिंदुस्तान में रहने वाले कुछ बुद्धिजीवियों को अकसर सबूतों की ज़रूरत पड़ती है लेकिन इस बार पाकिस्तान ने खुद मोदी का साथ देते हुए सबूत सारी दुनिया के सामने लाकर रख दिया है, जिसके बाद वे बुद्धिजीवी इस कदम को सेना के नाम पर सराहनीय बता कर अपने-अपने ट्वीट की बौछार कर रहे हैं। वे अपने दिल को यह तसल्ली दे रहे हैं कि हम होते तो इससे भी अच्छा कुछ करते।
खैर, जाते-जाते बताते चले कि 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गये थे। इसकी ज़िम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, “इस हमले का करारा जवाब दिया जाएगा।” जो सही मायनों में दिया गया है।