अभी हाल में जाधवपुर यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर कनक सरकार ने कुंवारी लड़कियों की तुलना ‘सीलबंद बोतल’ या ‘पैकेट’ से की है। प्रोफेसर ने ‘कुंवारी दुल्हन-क्यों नहीं?’ शीर्षक के साथ फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी, जिसमें कहा गया था कि कुंवारी लड़कियां सीलबंद बोतल या सीलबंद पैकेट की तरह होती हैं।
उन्होंने कहा, “क्या कोई भी बिस्कुट के ऐसे पैकेट या फिर कोल्ड ड्रिंक खरीदना पसंद करेगा जिसकी सील टूटी हुई हो। अधिकांश लड़कों के लिए वर्जिन पत्नी ‘परी’ की तरह होती हैं।”
प्रोफेसर कनक सरकार के बयान ने विवाद का रूप ले लिया जिसके बाद प्रोफेसर ने वह फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दी लेकिन पोस्ट डिलीट कर देने से बात तो खत्म नहीं हो जाती ना! आखिर क्यों हमेशा लड़कियों के वर्जिनिटी की ही बात होती है? कभी लड़कों के वर्जिनिटी पर भी बात हो।
कोई तो हो, जो यह कहे कि हां, लड़कों को भी अपनी वर्जिनिटी बचाकर रखनी चाहिए। जिस तरह लड़को की ख्वाहिश होती है कि उन्हें वर्जिन लड़की मिले, क्या हम लड़कियां नहीं सोच सकते कि हमें भी एक ऐसा लड़का मिले जो वर्जिन हो।
कुछ महीने पहले की बात है भारतीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने अपने से दस साल छोटे अमेरिकी सिंगर निक जोनास के साथ शादी की है। जब प्रियंका और निक के अफेयर के चर्चे शुरू हुए थे तब हर तरफ प्रियंका को बुरा-भला कहा जा रहा था। फेसबुक हो या यूट्यूब, लोग प्रियंका को गालियां देते नहीं थक रहे थे।
दो लोगों के प्यार में क्या उम्र का लिहाज ज़रूरी है? अगर लड़के यह सोच सकते हैं कि उन्हें उनकी उम्र से छोटी लड़की मिले तो क्या कभी लड़कियां नहीं सोच सकतीं कि उनका बॉयफ्रेंड या पति उनसे उम्र में छोटा हो। हर बार लड़कियों को ही क्यों निशाने पर लिया जाता है?
अगर लड़के कुछ कमेन्ट करें तो लड़का है इसलिए कर सकता है और अगर लड़कियां करें तो यह हमारे चरित्र की पहचान है। यह सब क्या है? शादी के बाद हर पति यही चाहता है कि उसकी पत्नी वर्जिन हो, भले ही वह पति चाहे वर्जिन हो या ना हो लेकिन पत्नी ज़रूर वर्जिन चाहिए। आखिर क्यों?
क्या कभी लड़के यह सोचते हैं कि अगर वे वर्जिन लड़की की उम्मीद करते हैं तब लड़कियां भी वर्जिन लड़के की उम्मीद कर सकती हैं। आप तो हमसे बड़ी आसानी से पूछ लेते हैं कि आर यू वर्जिन? अगर आज से हम लड़कियां यह पूछना शुरू कर दे कि आर यू वर्जिन?