Site icon Youth Ki Awaaz

निजी विद्यालयों के शिक्षक और बच्चो को भी मिले सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ

निजी विद्यालयों के शिक्षक और बच्चो को भी मिले सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ- प्रदेशाध्यक्ष अनिल शर्मा
मुंबई से पत्रकार पवन जैन पदमावत की रिपोर्ट
भींडर। नगर के स्टेशन रोड स्थित श्री कृष्णा कॉम्प्लेक्स  में शुक्रवार को स्कूल शिक्षा परिवार के बैनर तले निजी शिक्षण संस्थानों के संचालकों की बैठक हुई ।जिसमें निजी शिक्षण संस्थाओं के हितों विद्यार्थियों के अधिकारों व सरकार की दोहरी नीति आदि मुद्दों पर चर्चा की गई ।बैठक में मुख्य वक्ता स्कूल शिक्षा परिवार प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि सरकार सभी बच्चों के लिए समान अधिकार के हक का दावा करती है परंतु सरकारी व गैर सरकारी स्कूल के बच्चों में भेदभाव पर उनके हक छीन रही है ।भेदभाव पूर्ण नीति पर अंकुश लगे इसके लिए सभी निजी शिक्षण संस्थाओं को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे ।उन्होंने कहा कि आईटी एक्ट के तहत बच्चों की फीस का पुनर्भरण सरकार द्वारा स्कूलों को एक साल बाद किया जा रहा है जो न्यायोचित व्यवस्था नहीं है।
सरकारी विद्यालयों की तरह निजी विद्यालयों के शिक्षकों को पेंशन ,बीमा ओर बच्चो को छात्रवृत्ति, बीमा ,साइकिल, लैपटॉप, आदि प्रोत्साहन का लाभ दिया जावे ।जिला अध्यक्ष गिरीश जोशी ने कहा जब तक निजी शिक्षण संस्थाओं के संचालक एकजुट होकर प्रयास नहीं करेंगे तब तक उनको समुचित लाभ नहीं मिल पाएगा ।इससे पूर्व स्कूल शिक्षा परिवार के पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा का श्रीफल, तिलक ,माल्यार्पण, साफा पहनाकर ,प्रतीक चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया ।इस अवसर पर स्कूल संचालन में आ रही बाधाओं को लेकर भी चर्चा की गई । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्कूल शिक्षा परिवार के जिला प्रभारी सीपी रावल, जिला अध्यक्ष गिरीश जोशी, ब्लॉक अध्यक्ष अनिल स्वर्णकार, ब्लॉक प्रभारी दिलीप आमेटा, संरक्षक राजेंद्र सिंह दायमा, कानोड़ नपा अध्यक्ष अनिल शर्मा,बलवंत सिंह चौहान, कोमल कामरिया,गोपी कृष्ण गाछा, मदन नागदा ,नारायण वैष्णव ,धीरज जोशी, दिनेश जोशी सहित भिंडर, कानोड़, भटेवर, वल्लभनगर, खेरोदा ,खरसान सहित पूरे भींडर ब्लॉक के निजी विद्यालय संचालक और स्टाफ मौजूद थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित किया कार्यक्रम का संचालन अनिल स्वर्णकार ने किया। यह जानकारी – पत्रकार पवन जैन पदमावत ने दी है ।
Exit mobile version