भाइयों और बहनों, 2019 आने में अब सिर्फ तीन महीने बचे हैं इसका मतलब है लोकसभा चुनाव आने वाले हैं। इन दिनों कहीं भी जाओ हर जगह सिर्फ एक ही बात चर्चा का विषय बनी हुई है कि क्या मोदी जी एक बार फिर से देश के प्रधानमंत्री बन पाएंगे?
कुछ लोगों का कहना है कि मोदी जी को अब गुजरात का टिकट कटवा लेना चाहिए क्योंकि इस बार उनकी दाल नहीं गलने वाली है, तो दूसरी तरफ कुछ लोगों का मानना है, “एक बार फिर से चलेगा मोदी का जादू और दिखेगा वही पुराना 56 इंच वाला सीना”। अगर मैं अपनी बात करूं तो मेरे अनुसार भी मोदी जी को 2019 में हरा पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
फिर क्यों चलेगा मोदी का जादू
विपक्ष का कन्फ्यूज़ होना 2019 में NDA की जीत का सबसे बड़ा कारण साबित होगा। चुनाव आने में कुछ ही समय बचे हैं और अभी तक विपक्ष गठबंधन पर एक राय नहीं बना पाया है। हाल ही में बसपा प्रमुख बहन मायावती ने साफ कर दिया है कि वो कॉंग्रेस से गठबंधन नहीं करने वाली हैं।
बुआ मायावती की तरह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष भतीजे अखिलेश ने भी मध्य प्रदेश में कॉंग्रेस का साथ देने से इनकार कर दिया है।अखिलेश ने कहा कि वह मध्यप्रदेश में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बसपा से ही गठबंधन करेंगे। इसके साथ उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में भी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से बात चल रही है। बीएसपी से भी बात करेंगे।
मोदी जी आज भी हैं लोगों की पहली पसंद
अगर आम जनता की बात करें तो आज भी मोदी जी का जलवा कायम है। नोटबंदी और GST की चोट खाने के बावजूद लोग नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बना हुआ देखना चाहते हैं। इसमें मोदी जी की काबिलियत से ज़्यादा विपक्ष का नकारा होना काम कर रहा है। सच बात तो यह है कि मोदी जी की टक्कर में विपक्ष के पास अभी कोई चेहरा नहीं है।
राहुल गांधी अच्छे आदमी लेकिन जनता उन्हें पीएम के रूप में देखने को तैयार नहीं
कॉंग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की इमेज जनता के बीच अच्छी है इस बात में कोई दो राय नहीं लेकिन लोग अभी भी उनको प्रधानमंत्री के रूप में देखने को तैयार नहीं हैं। हाल ही में राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री बनने की इच्छा व्यक्त की थी। राहुल ने कहा कि अगर गठबंधन सहयोगी उन्हें पीएम बनाना चाहेंगे तो वह पीएम बनने को तैयार हैं।
इन राज्यों में कभी नहीं चला बीजेपी का जादू
देश की के 19 राज्यों में बीजेपी का कब्ज़ा है। हर जगह चला मोदी का जलवा लेकिन बीजेपी कभी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और मिज़ोरम में चुनाव नहीं जीत पाई है। इन राज्यों पर बीजेपी को जीत हासिल करने के लिए कमर कसनी पड़ेगी।
राम मंदिर बनेगा अहम मुद्दा
2014 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला था इसका एक बड़ा कारण राम मंदिर भी था। बीजेपी का कोर वोटर हिन्दू है और हिन्दुओं का ऐसा मानना था कि अगर बीजेपी की सरकार बनेगी तो राम मंदिर का रास्ता साफ हो जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा हुआ नहीं। बीजेपी के कुछ बड़े नेताओं का कहना है कि यह मुद्दा कानूनी रास्ते से ही सुलझाया जाएगा लेकिन जनता ने तो कुछ और ही सोचा था।