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हर एक निर्भया का भय।।

चल एक बेहतरीन दुनिया की ओर.
तुझे ले चलु.

जहां सालों तक दर्द सीने में दफन ना करने पड़े,
जहां सालों से बन्द पड़े, मेरे ज़ख्म सब बाहर आ जाये
जहां तुझे मर्द बनने की ख्वाईश ना पले,
जहां मुझे औरत बनकर चुप्पी की संस्कृति ना मिले
चल, तुझे ले चलु एक बेहतरीन दुनिया की ओर..

वो सवाल पूछते है- तब क्यों नहीं कहा?
मैं जवाब देती हूं- कहा था, तुमने सुना नहीं.
उस रिश्तेदार की बात बताई थी,
फिर भी कुछ नहीं हुआ, उस स्कूल की बात भी बताई थी,
कॉलेज जब आपने छुडाया था जिस लड़के की वजह से,
वो बात भी तो मैंने ही बतायी थी,
आपने सुना नहीं ‘तब’,
आज कहते हो- कहा क्यों नहीं ‘तब’।
आ ले चलु!
तुझे उस दुनिया में जहां
मेरा दर्द अब और तब का शिकार ना हो…

#Metoo

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