फुटबॉल की दुनिया में पेले के स्टेटस से सभी परिचित हैं। क्रिकेट फैंस के लिए जो रुतबा डॉन ब्रेडमैन का है, स्पोर्ट्स फैंस के लिए वही रुतबा एटसन वारेतिस डु नेसिमेतु Aka पेले का है। पेले ने अपने फुटबॉलिंग करियर में इतने गोल मारे, इतने गोल मारे कि इलाका धुआं-धुआं हो गया और पूरी दुनिया अभी भी उस धुएं की आगोश में ही सांस ले रही है। तमाम रोनाल्डो, ज़िदान, प्लातीनी, पुस्कास, स्टेफानो, माराडोना, क्रुएफ, क्रिस्टियानो, मेसी, रोनाल्डीनियो आए लेकिन पेले जैसा रुतबा किसी का हो नहीं पाया।
आज फुटबॉल की पहचान बन चुके वाक्य ‘खूबसूरत खेल’ को फुटबॉल से पेले ने ही जोड़ा था। अपने पूरे करियर में पेले का गोल ऐवरेज लगभग एक गोल प्रति गेम का रहा। तीन वर्ल्ड कप जीतने वाले इकलौते फुटबॉलर पेले की अचीवमेंट्स गिनाने बैठूंगा तो की-बोर्ड की स्याही खत्म हो जाएगी इसलिए सीधे मुद्दे पर आते हैं।
लंदन में हुई फीफा द बेस्ट अवॉर्ड सेरेमनी में लूका मॉड्रिच को साल का बेस्ट फुटबॉलर चुना गया। यहां और भी बहुत से अवॉर्ड दिए गए और इनके विजेता कल रात से अब तक लगातार कहीं ना कहीं चर्चा में बने हुए हैं। ये लोग पूरे साल- द बेस्ट कहे जाएंगे।
अब इसमें अफसोस की बात यह है कि इसी समारोह में कुछ विजेता ऐसे भी रहे जिनका नाम बेहद मुश्किल से सुनने में आया/आएगा। ऐसी ही एक विजेता हैं- मार्टा विएरा डा सिल्वा Aka मार्टा। ब्राज़ील नेशनल टीम की फॉरवर्ड मार्टा अगर पुरुष होतीं तो निश्चित तौर पर पेले के समकक्ष मानी जातीं जैसा कि पेले खुद उन्हें ‘पेले इन स्कर्ट’ कहते हैं।
लेकिन मार्टा को बेहद कम लोग जानते हैं। मार्टा ने इस बार छठी बार फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर जीता है (पहले फीफा द बेस्ट को इसी नाम से जाना जाता था।) इससे पहले मार्टा 2006-10 तक लगातार पांच बार (जी हां सही पढ़ रहे हैं आप- लगातार 5 बार) फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर रह चुकी हैं।
मार्टा अपने क्लब और इंटरनेशनल दोनों फ्रंट पर बेहद सफल रही हैं और जैसा कि आप देख ही सकते हैं कि मार्टा के पास अवॉर्ड्स की भी कमी नहीं है लेकिन फिर भी वह इंग्लिश सेकंड डिविजन प्लेयर्स से भी कम पॉपुलर हैं। मार्टा की तमाम अचीवमेंट्स में से एक फीमेल वर्ल्ड कप का टॉप स्कोरर होना भी है
इतनी अचीवमेंट्स के बाद भी जब मार्टा को मुट्ठी भर लोग ही जानते हैं तो भरोसा होने लगता है कि ये दुनिया महिलाओं के साथ हमेशा दोहरा व्यवहार करती है। लोग पेले को तो खुदा मानते हैं लेकिन वही पेले जब स्कर्ट में आए तो उसे पहचानने से इनकार कर देते हैं।