जादू देखना हमेशा से रोमांचकारी रहा है। आज भी लोग बड़ी ही उत्सुकता के साथ जादू देखते हैं। यह बात सही है कि पिछले कुछ सालों में हमारे यहां जादू के प्रति लोकप्रियता घटी है। हालांकि आज भी देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग मौकों पर जादू दिखाने वाले शो आयोजित किए जाते हैं। स्थानीय लोग बड़ी ही दिलचस्पी के साथ इन्हें देखते हैं और इसकी चर्चा करते हैं।
ऐसा हो सकता है कि आपने जादूगरी का कोई शो ना देखा हो। लेकिन आपने जादूगरी के शो की सूचना देने वाले पोस्टर्स में एक शख्स की तस्वीर ज़रूर देखी होगी। रंग-बिरंगे पोस्टर्स पर यह शख्स जादूगर के गेटअप में हंसता हुआ नज़र आता है। क्या आपने कभी सोचा है कि पोस्टर्स में दिखने वाला यह शख्स आखिर कौन है? या आपने
उसे इलस्ट्रेशन समझकर नज़रअंदाज कर दिया है। यदि आपने ऐसा किया है तो आप दुनिया के सबसे महान जादूगर की सच्चाई से अनजान हैं।
पोस्टर्स में दिखने वाले इस जादूगर का नाम है प्रोतुल चंद्र सरकार। इन्हें पीसी सरकार के नाम से जाना जाता है। सरकार की सबसे दिलचस्प बात यह है कि एक समय इन्होंने खुद को दुनिया का सबसे महान जादूगर कहना शुरू कर दिया था।
सरकार का यह कथन भले ही किसी संस्था से प्रमाणित ना रहा हो लेकिन इनका जादू देखने वाले लोग ऐसा ही मानते थे।आपने ‘द मैजिक ऑफ इंडिया’ नाम के जादूगरी शो के बारे में सुना होगा। यदि नहीं तो ‘इंद्रजाल’ शो के बारे में ज़रूर सुना होगा। जी हां, ये दोनों ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय जादूगरी शो पीसी सरकार के थे। सबसे खास बात यह है कि 1950 के दशक में ये शो जितने पॉपुलर थे, उतने ही आज भी हैं। आपने भी कई बार और कई जगहों पर ‘इंद्रजाल’ जादूगरी शो के आयोजन के पोस्टर्स देखे होंगे।
पीसी सरकार पढ़ने-लिखने में बचपन से ही होशियार थे। सरकार के बारे में लिखा मिलता है कि गणित उनकी पसंदीदा विषय था। सरकार के परिजन उनकी प्रतिभा को देखकर कहते थे कि यह लड़का ज़रूर एक दिन कुछ बनेगा। लेकिन उस वक्त शायद ही किसी ने सोचा हो कि कुछ सालों बाद यह जादूगरी की दुनिया में नाम कमाएगा और इसके मरने के सालों बाद भी इसके बारे में पढ़ा-लिखा जाएगा।
पीसी सरकार के बारे में एक बात दावे के साथ कही जा सकती है कि उन्होंने भारतीय जादूगरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। सरकार से पहले भारतीय जादूगरों को दुनिया वाले अनाड़ी समझते थे। लेकिन सरकार ने अपनी जादूगरी से दुनियाभर के लोगों को हैरान किया और उनकी भारतीय जादूगरी को लेकर बनी-बनाई धारणा को तोड़ा।
सरकार से जुड़ा एक किस्सा बड़ा ही मशहूर है। साल 1956 की बात है। टेलीविजन पर बीबीसी के लोकप्रिय कार्यक्रम पैनोरामा में पीसी सरकार का जादू दिखाया जा रहा था। सरकार ने 17 साल की एक लड़की को अपने वश में करके एक मेज पर लिटा दिया। इसके बाद उन्होंने एक आरी से उस लड़की के शरीर के दो टुकड़े कर दिए। इसके बाद सरकार ने लड़की को उठाने की कोशिश करनी शुरू कर दी। लेकिन लड़की की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसी बीच टेलीविजन के प्रस्तोता ने कहा कि अब यह कार्यक्रम खत्म होता है। ऐसे में टीवी पर कार्यक्रम को देख रहे लोगों के होश उड़ गए। उन्हें लगा कि उन्होंने टीवी पर एक 17 साल की खूबसूरत लड़की का कत्ल होते देखा है। जबकि सच्चाई यह थी कि वे लोग दुनिया के सबसे महान जादूगर पीसी सरकार का जादू देख रहे थे। और समय समाप्त हो जाने की वजह से टीवी प्रस्तोता ने कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा कर दी थी।
पीसी सरकार का जन्म अविभााजित बंगाल में 23 फरवरी 1913 को हुआ था। इनका जन्म स्थान अब बांग्लादेश के टांगाइल ज़िले के अशोकपुर गांव में आता है। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि सरकार ने ना सिर्फ भारतीय जादूगरी को एक नए मुकाम तक पहुंचाया। बल्कि, उन्होंने दुनियाभर के जादूगरी करने और देखने वालों को अपने जादू से हैरान किया। साल 1970 में उनकी सेहत काफी खराब होने लगी थी। डॉक्टर्स ने सरकार को आराम करने की सलाह दी थी। लेकिन इस सलाह को नज़रअंदाज करते हुए सरकार चार महीने के शो के लिए जापान चले गए। सरकार ने यहां पर अपने मशहूर इंद्रजाल शो का प्रदर्शन किया। शो को समाप्त कर जैसे ही वह स्टेज से उतरे उन्हें जानलेवा दिल का दौड़ा पड़ा और वह अपने जादू व किस्से हमेशा के लिए छोड़कर इस दुनिया से चले गए।