Site icon Youth Ki Awaaz

छात्र राजनीति – आज की जरूरत

कहा जाता है कि जब जब युवाओं के खून में उबाल आया है तब तब समाज की दिशा और दशा बदली है,

आज जरूरत है हमारे अंदर भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसे क्रांतिकारी सोच की, क्योंकि आज शिक्षा व्यवस्था की जो दयनीय स्थिति है हमारे भारत में उसके लिए हम जैसे युवाओं को आगे आकर समाज की बागडोर को सम्भालना होगा. आज जरूरत है वैसे युवा पीढ़ी की जो भौतिकता, भ्रष्टाचार, नशाखोरी से उपर उठकर समाज के बुराईयों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हो. आये दिन हम देखते है शिक्षा के व्यवसायी करन पर कोई आवाज नही उठाना चाहता, छात्र राजनीति में छात्रों की रूचि घटती दिख रही, अक्सर ऐसा देखा जाता है कि छात्र राजनीति में विज्ञान संकाय के छात्र बहुत ही कम दिखते हैं, जबकि सबसे ज्यादा दयनीय स्थिति विज्ञान संकाय की है, न अच्छी लाइब्रेरी की सुविधा, न अच्छी प्रैक्टिकल की सुविधा, इसके बावजूद कई छात्र भी पढाई का ढोंग रचते हैं और कहते हैं हमे राजनीति में कोई रूचि नही, वोटिंग के दिन उनकी संख्या भी कम होती है, कहने का तात्पर्य है की जरूरत उन्हें है, सुविधा चाहिए उन्हें , और उनके बदले लड़े कोई और .

आखिर कब तक ऐसा चलेगा, ऐसी स्थिति अक्सर छोटे छोटे शहरों के कॉलेजों, युनिवर्सिटी में होता है, हमे जरूरत है ऐसी व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की, हमे जरूरत है ऐसी व्यवस्था को उखाड़ फेंकने की, अगर आज हम नही एकत्रित हुए तो  शायद हमारी अगली पीढ़ी भी ऐसी व्यवस्था के शिकार होंगे और हम देखते रह जायेंगे और कुछ कर नही पाएंगे , हमारे पास बैठकर तमाशा देखने के अलावा कोई चारा न होगा.

धन्यवाद

हमसे जुड़ने के लिए फॉलो करे ट्विटर में – @ranjanshishu86

facebook- ranjanshishu86

Exit mobile version