आज हमारे समाज में शिक्षा की जरूरत है या मंदिर या मस्जिद की हमारे समाज में मंदिर या मस्जिद के लिए लड़ाई क्यों लड़ जाता है आखिर शिक्षा को लेकर क्यों नहीं
हमारे समाज में आजकल शिक्षा का स्तर इतना गिर गया है सरकारी शिक्षक ही अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं आखिर क्यों??
आजकल राजनीतिक भी सिर्फ धर्म के नाम पर ही हो रही है कि हम मंदिर बनाएंगे मस्जिद बनाएंगे लेकिन विद्यालय बनाने के बाद कोई नहीं करता है
आख़िर हमारा समाज कब शिक्षा लेकर जाएगा या सिर्फ धर्म के पीछे चलते रहना क्या धर्म से हमारा या मजहब से भारत का विकास हो पाएगा हमारा समाज तब धर्म या जाति से ऊपर उठकर शिक्षा के बारे में सोचेंगे !!
हमारा समाज कब शिक्षित होगा