“जैसा बाप वैसा बेटा” ये कहावत अक्सर अपने सुनी होगी। लेकिन ऐसा होता नही है जल्दी, बस यह एक कहावत है।
पिता यूपीएससी और आर्मी में सेवा दे चुके हैं। उन्ही से प्रेरित होकर ईशान त्रिपाठी ने पहचान बनाने का फैसला लिया। और हर रोज वह एक नई उचाई को छूूूते जा रहे हैं। एक खास बात चीत में उनसे उनकी उपलब्धियों के बारे में जााकारी मिली।
परिचय
ईशान त्रिपाठी Ba LLB द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। जिनका जन्म 9नवंबर 1997 में गोरखपुर में हुआ। बचपन से ही तेज तर्रार रहे लेकिन विज्ञान में दिलचस्पी न होने के बाद इन्होंने कॉमर्स लिया।
शुरू से ही राजनीति और समाज कल्याण में दिलचस्पी रखने वाले ईशान ने हमेशा डिबेट, युवा सांसद जैसे कार्यक्रम में न सिर्फ हिस्सा लिया बल्कि ज्यादातर प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त कर हमेशा विद्यालय और परिवार का नाम बढ़ाया है।
जल्द ही एक किताब का अनावरण होना है
ईशान त्रिपाठी के द्वारा लिखे गए विषय *न्यायिक कार्यपालिका: हस्तक्षेप या चेतावनी* की जल्द ही एक किताब का अनावरण गोरखपुर विश्वविद्यालय में होना है। फिलहाल वह एक रिसर्च में लगे हुए हैं। उन्होंने द्वारा बाल मजदूरी जैसे विषयो पर भी रिसर्च किआ है और करते रहे हैं।
कुछ अहम तस्वीर जो ईशान द्वारा हमसे साझा की गई । हर उपलब्धि और अलमारी की तरफ दिखाते हुए कहा जितनी भी ट्रॉफी मैडल है सब पिता जी से मिली शिक्षा की वजह है। सारा श्रेय पिता जी को जाता है और आगे अभी बहुत कुछ करना है।