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गुड़गांव का फोर्टिस अस्पताल बेशर्मी की हद

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“गुड़गांव का फोर्टिस अस्पताल बेशर्मी की हद”
नमस्कार साथियों

गुड़गांव के फोर्टिस अस्पताल में एक बच्ची की डेंगू से मौत हो जाती हैं.. इसकी एवज में ईलाज के नाम पर अस्पताल ने 16 लाख वसूल लिए….

यह था मामला “दिल्ली में द्वारका के रहने वाले जयंत सिंह की 7 साल बेटी को बुखार हो जाता है… वो उसे रोकलैंड हास्पिटल में भर्ती करवाता है…. ये घटना 27 अगस्त की है… इसके बाद वहां से बच्ची को रैफर कर दिया जाता है… तथा 31 अगस्त को उसको गुड़गांव के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाता है…. वहां पर डॉक्टर ने 10 दिन तक लाईफ सपोर्टिंग सिस्टम पर रखा जाता है… जब 14 सितम्बर को बच्ची को अस्पताल से अन्यत्र ले जाना चाहते थे तो उसी दिन बच्ची की मौत हो जाती हैं….

तब उसको यानि जयंत सिंह को हास्पिटल के द्वारा डेड बॉडी ले जाने से पहले 16 लाख रुपये का भारी भरकम बिल पकड़ा दिया…. आप भी देखिए

इस ठग हास्पिटल का बिल… आंखे चौंधिया जायेगी आपकी…
1.एडमिशन चार्ज =1250
2.ब्लैड बैंक =61315
3.डायग्नोस्टिक =29190
4.डाक्टर चार्ज =53900
5.दवाईयां=396732
6.ईक्यूपमेंट चार्ज =71000
7.इनवेस्टिगेशन=217594
8.मेडिकल/ सर्जिकल प्रोसिजर=285797
9.मेडिकल कन्जूमेबल =273394
10.मिसलेनियस=15150
11.रूम रेंट=174000

कुल =1579322

इतना महंगा ईलाज यानि कफन तक के पैसे ले लिए गये…. अब सवाल यह है कि जब भी कोई अस्पताल की स्थापना की जाती हैं तो वो सरकार से सस्ते दामो पर जमीन तथा अन्य उपयोगी चीजो का न के बराबर रुपये दिये उपयोग करते है… तथा सरकार से बहुत सारी रियायत भी लेते हैं… जिस देश में अभी भी गरीबी मिटाने का संघर्ष चल रहा हो वहां इतना महंगा ईलाज…. मानवता का अंत करने जैसा है…. ऐसा इसलिए भी होता है कि इनका नियंत्रण सरकार के पास न के बराबर हो ता है… तथा ये अस्पताल छुपे हुए भेडिए है जो कि अपना शिकार करेंगे ही… इनको ना मानवता से मतलब है और ना ही गरीबी से….इनको तो सिर्फ पैसा चाहिए…. लुट केन्द्र है ये अस्पताल…

आम आदमी की जिंदगी का क्या होगा…
क्योंकि हमारी सरकारी अस्पतालो की हालात से कौन वाफिक नहीं है…. और फिर जब ये लुटेरे हास्पिटल ऐसा करेंगे तो हमारा क्या होगा सोचने वाली बात है… लेकिन ऐसा होता रहेगा… क्योकि राजनैतिक और अन्य कारणों से जनता बटी हुई है..क्योकि यहां तो वोट ही मुद्दे से हटकर किया जाता है इस देश की सम्मानित जनता के द्वारा…

मंदिर मस्जिद में बटकर रह गये हैं हम क्या कभी सोचा कि चिकित्सा और शिक्षा कितनी जरूरी है हमारे लिए… नहीं सोचा….

खैर जो भी हो तुरन्त प्रभाव से इस अस्पताल पर कार्रवाई की जायेगी ऐसी उम्मीद करते हैं.. हैल्थ मिनिस्टर जेपी नड्डा ने पूरी रिपोर्ट मांगी है… तो दोस्तों ये हाल है हमारे देश में चिकित्सा का हाल.. सरकारी और प्राईवेट सेक्टर का…

अापके विचारो का स्वागत है… शेयर भी कर देना…

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