हरदोई, उत्तर प्रदेश;
शारदा नहर कट जाने से हज़ारों बीघा फसल जलमग्न हो गई। शौच को गए किसानों को सुबह नहर फटी होने के जानकारी मिली। ग्रामीणों की सूचना पर उपजिलाधिकारी, तहसीलदार व नहर विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों के निर्देश पर नहर बांधने का प्रयास किया जा रहा है।
सूचना मिलने पर शारदा प्रखण्ड उन्नाव के अधिशाषी अभियन्ता अखिलेश कुमार, अवर अभियन्ता श्रीराम चौरसिया, सहायक अभियन्ता सुशील कुमार, रामनरेश गौतम व मो. शहीद अन्सारी व अन्य कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे और नहर बंधवाने के लिए जेसीबी आदि के प्रबन्ध करने की व्यवस्था अधीनस्थों को दी। नहर के पानी के तेज़ बहाव को देखते हुए लकड़ी की बल्लियों, बोरी आदि की व्यवस्था में कर्मचारी लगे रहे।
नहर के पानी से बरैयनपुरवा, दलनपुरवा, मडिलहा, चम्पापुरवा, गोकुलपुरवा, हुमायुपुर, बरीपुरवा, कौडियापुर, नरवापुरवा, मझेरिया, रुद्दीखेड़ा, चोखेपुरवा और सौहार आदि गांवों के हज़ारों बीघा खेत में कड़ी मक्का, मूंगफली, धान व उड़द आदि की फसले जलमग्न हो गई। नहर का पानी दलनपुरवा, मडिलहा, गोकुलपुरवा, हुमायूपुर, बरीपुरवा और नरवापुरवा के गांवो के अन्दर घुस गया। जलभराव के कारण इन गांवों में सबसे ज़्यादा जानवरों के चारे व सूखे हुए स्थान पर रहने की समस्या खड़ी हो गई है।
मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी बिलग्राम अशोक प्रताप सिंह, तहसीलदार राजेश कुमार और थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने लोगों से सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की। कई गांवों की भीड़ को काबू करने के लिए एसआई कमलेन्दु अशोक मिश्रा पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।ग्रामीणों ने नहर विभाग से हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की।